उत्तर नारी डेस्क
शिक्षा मानव जीवन की ज्ञान की वह कुंजी है जिसके सहारे एक मनुष्य अपने जीवन में आत्मविश्वासी व्यक्तिव रूपी इमारत को खड़ा करता है। शिक्षा वह है जो मानव जीवन के दिशा एवं धाराएँ को बदल देता है। शिक्षा के महत्व को वे भली भांति जानते हैं जो अपने जीवन में विपरीत परिस्थितियों के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते है। इसी क्रम में आज हम आपको ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं। जो खुद तो शिक्षा से वंचित रह गए परन्तु बच्चों के कल को बेहतर बनाने के लिए अपना खेत बेच कर उससे मिली ढाई लाख रुपये की रकम स्कूल को दान कर दी है।
आपको बता दें, ग्राम करौली के रहने वाले ईश्वरीय लाल शाह पेशे से तो एक किसान और भेड़ पालक है। परन्तु उनका छोटी उम्र में शिक्षा ग्रहण न कर पाना और आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण सिर्फ दूसरी कक्षा तक ही स्कूल पढ़ पाना जीवन में एक मलाल रहा; जो उन्हें आज 58 वर्षीय उम्र में भी खलता रहा। वे बताते हैं कि आज के बच्चे शिक्षा के महत्व को भली-भांति जानते हैं। वह अक्सर टहलते हुए जूनियर हाईस्कूल करुली की तरफ भी चले जाते हैं। यहां उन्होंने देखा कि बच्चे उबड़-खाबड़ जगह पर खेल रहे हैं। बच्चों को उबर खाबड मैं खेलता देख ईश्वरी लाल शाह का दिल पिघल गया।
स्कूल में चहारदीवारी नहीं है तो कभी-कभार जानवर स्कूल की सीमा में गंदगी कर देते हैं। उन्होंने मन में सोचा कि स्कूल का भला कैसे हो। फिर उन्होंने तय किया कि वह विद्यालय के खेल मैदान के लिए अपना खेत बेेचेंगे। जिसके लिए उन्होंने अपने जीवन की पूंजी लगभग ढाई लाख रुपए विद्यालय को दान दी ताकि बच्चे फील्ड में खेल सके और आवारा पशु विद्यालय में प्रवेश न कर सकें जिससे पठन-पाठन में व्यवधान पैदा ना हो। वहीं, ईश्वरी लाल की बिटिया भी इसी स्कूल की सातवीं की छात्रा है। ईश्वरी कहते हैं कि बच्चों को खेलते देखकर उन्हें बचपन के दिन याद आने लगते हैं। स्कूल के दिनों में उन्हें दुनिया का कुछ अता-पता नहीं था लेकिन आजकल बच्चे सब जानते हैं। ऐसे में उन्हें सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
जो उन्हें नहीं मिल सकी। उनके इस नेक कार्य के लिए पूरे क्षेत्र में सराहना की जा रही है। वहीं स्कूल के प्रधानाध्यापक नरेंद्र गिरी गोस्वामी बताते हैं कि विद्यार्थियों के सुलेखन के दम पर प्रदेश में स्कूल पहले से ही चर्चा में है। अब 58 वर्षीय ईश्वरी लाल साह की यह मदद शायद इस स्कूल को एक दानवीर की नजीर के रूप में देखे। स्कूल में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी ईश्वरी लाल साह को ही दी है, ताकि राशि का सदुपयोग हो सके।
उत्तर नारी ईश्वरीय लाल शाह के इस योगदान के लिए उन्हें बधाई देते हैं उनके इस नेक कार्य और साहस को सलाम करती हैं।
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