उत्तर नारी डेस्क
हरिद्वार : आज श्री भगवानदास संस्कृत महाविद्यालय में प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों का सम्मान किया गया। महाविद्यालय द्वारा छात्रॊं के शास्त्र ज्ञान के साथ-साथ बहुमुखी विकास के लिए निरन्तर अनेक गतिविधियॉ आयोजित की जाती रहती है। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित रूपकमहोत्सव व युवमहोत्सव में पदक प्राप्त छात्रॊं को तथा उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार की परीक्षाओं में सत्र 2021-22 में साहित्य विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रॊं को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ज्वालापुर कोतवाली, हरिद्वार के कोतवाल आर.के.सकलानी ने छात्रॊं को प्रेरित करते हुए कहा कि युवावस्था में किया गया परिश्रम कभी व्यर्थ नहीं जाता है। गुरुजनों के सानिध्य में जो छात्र परिपक्व हो जाता है, वह भविष्य में कभी भी दुःखी नहीं होता है। यदि भविष्य में सफलता प्राप्त करनी है, तो आपको सदा कठोर परिश्रम करना पड़ेगा। एंटी ह्यूमेन सेल के प्रभारी राकेन्द्र कठैत ने कहा कि छात्रजीवन ही भविष्य का निर्माण करता है। संस्कृत भाषा को अध्ययन करने का अवसर सौभाग्य से आपको प्रॎप्त हुआ है। यह महाविद्यालय संस्कृत के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। महाविद्यालय के इन प्रयासों से ही संस्कृत का उत्थान होगा।
सम्मानित होने वाले छात्रॊं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले बृजेश जोशी, युवमहोत्सव में 100 व 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रोहन बहुखंडी व रचित पन्त, चेस व योगासन में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले आशीष कुमार जोशी व राकेश जोशी, 400 मीटर दौड़ में तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले मनोज पन्त सम्मिलित हैं।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. बी.के.सिंहदेव ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र निरन्तर परिश्रम कर और अधिक उन्नति करें। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. रवीन्द्र कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ. आशिमा श्रवण, डॉ. मंजू पटेल, डॉ. दीपक कोठारी, डॉ. आलोक सेमवाल, विवेक शुक्ला, रूपा भारती, एस.आई. अरुण कुमार व अनुरोध व्यास, दीपक कुमार, अंकित भाटी, जगदीश चन्द्र आदि उपस्थित रहें।
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