उत्तर नारी डेस्क
बता दें, पुरोला में एक समुदाय विशेष के व्यक्ति पर अपने मामा के घर आई नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अपहरण करने का आरोप है। बताया गया कि उबेद खान (24 वर्षीय) पुत्र अहमद जो कि एक स्थानीय दुकानदार है और साथी जितेंदर सैनी (23) जो कि मैकेनिक है, वह खरसाड़ी क्षेत्र की एक कक्षा 9 की नाबालिग छात्रा को बहला-फुसला कर भगा कर ले जा रहे थे। दोनों युवक छात्रा को शादी का झांसा देकर विकासनगर लेकर भागने की फिराक में थे। तभी परिजन और स्थानीय लोगों की नजर इन पर पड़ी और शक हुआ तो इन्हें रोककर पूछताछ की। बात खुलने पर लोगों ने इन दोनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद से मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों के खिलाफ पुरोला उबल रहा है। वहीं, इन लोगों को पुरोला छोड़ने की चेतावनी देते हुए लोगों ने कहा था कि आरोपित समुदाय विशेष व्यापारी युवाओं के साथ ही अन्य समुदाय विशेष के बाहरी व्यापारी पुरोला छोड़ कर यहां से चले जाएं। आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों की दुकानों के बोर्ड भी उखाड़ फेंके। ग्रामीणों की चेतावनी के बाद धरना प्रदर्शन और लोगों का आक्रोश देखते हुए पुरोला मुख्य बाजार से मुस्लिम समुदाय के 42 दुकानदार रातोंरात दुकानें छोड़कर भाग गए।
गौरतलब है कि इस घटना के बाद से नगर में तनाव का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों ने दो दिन दोपहर तक बाजार बंद रखा और बाहरी व्यापारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। ऐसे में समुदाय विशेष के व्यापारी बाल खां, अशरफ, मोहम्मद रईस ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। कहा कि करीब एक सप्ताह से अधिक समय से दुकानें बंद हैं। उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सुरक्षा के बीच उनकी दुकानें खुलवाई जाएं। समुदाय विशेष के व्यापारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष बृहमोहन सिंह चौहान से भी मुलाकात कर दुकानें खुलवाने का अनुरोध किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि अभी माहौल ठीक नहीं है। दुकानें खोलते हैं तो तनाव और बढ़ सकता हैं।
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