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पौड़ी गढ़वाल : परमार्थ निकेतन के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार

उत्तर नारी डेस्क 

परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरा बुक करने पर हजारों लाखों से लाखों रुपयों की ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले को पौड़ी पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चैबे ने घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रुपए का नगद ईनाम देने की घोषणा की है।

बता दें, विगत 15 अप्रैल को वादी रामानन्द तिवारी, निवासी-मैनेजर स्वामी सुखदेवानन्द, ट्रस्ट परमार्थ निकेतन द्वारा थाना लक्ष्मणझूला पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी कि उनके साथ किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरा बुक करने पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि जमा करा कर ऑनलाइन धोखाधड़ी व ठगी की गयी है। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर थाना लक्ष्मणझूला पर मु0अ0स0-13/23, धारा-420 भादवि पंजीकृत बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेती चौबे द्वारा उक्त धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीम गठित करने के लिए आदेशित किया गया।

प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला, प्रभारी सीआईयू व प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अभियुक्त द्वारा ऑनलाइन बुकिंग हेतु उपलब्ध कराए गए मोबाइल नम्बर व दिए गए फर्जी अकाउन्ट नम्बरों की जाँच की गई। जिसमें अभियुक्त द्वारा फर्जी अकाउन्ट नम्बरों पर कई व्यक्तियों व श्रद्धालुओं से कमरे बुक कराये जाने के नाम पर पैंसे जमा कर धोखाधड़ी की गयी। जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी द्वारा की जा रही थी।

पुलिस टीम ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर जाकर बैंकों के एटीएम चैक किये गये तथा बैंकों से की गई ट्रांजैक्शन के आधार पर अभियुक्त की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम उक्त स्थानों के एचडीएफसी बैंक आनंद लोक साउथ दिल्ली के एटीएम पर एक संदिग्ध व्यक्ति धनराशि निकालता हुआ दिखाई दिया। गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं पतारसी सुरागरसी करते हुये अभियुक्त को कल 26 जुलाई को जामिया मिलिया दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। अभियोग उपरोक्त में संलिप्त अन्य वांछित अभियुक्तों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का शीघ्र अनावरण करने पर पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 10 हजार का नगद पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की गयी। घटना के अनावरण होने पर परमार्थ निकेतन के पदाधिकारियों द्वारा पौड़ी पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

जांच के दौरान अभियुक्त द्वारा अभी तक विभिन्न बैंकों के सात बैंक खातों का प्रयोग कर इसी तरह धोखाधड़ी किया जाना प्रकाश में आया है। मात्र 10 दिन में लगभग ₹35 लाख का ट्रांजेक्शन किया गया। जिस पर पौड़ी पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर उपरोक्त बैंक खातों सहित अन्य 15 बैंक खातों को संदिग्ध लेनदेन के मध्यनजर फ्रीज कराया गया है। साथ ही साइबर सेल द्वारा उपरोक्त प्रकार की 3 फर्जी वेबसाइट व 5 फ्रॉड मोबाईल नम्बरों को ब्लॉक करवाने की कार्यवाही की गई है।

पूछताछ का विवरण

अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे ही संस्थानों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनवाते हैं और फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उनके एटीएम डेबिट कार्ड प्राप्त करते हैं। वेबसाइट पर खातों से लिंक गूगल पे पर धनराशि प्राप्त की जाती है। घटना में एक अन्य अभियुक्त का सम्मिलित होना बताया गया है जिसके सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। 

नाम पता अभियुक्त -

यूनुस (उम्र-27 वर्ष) पुत्र इलियास, निवासी-ग्राम जुरहेरी, थाना-जुरहरा, भरतपुर, राजस्थान, हाल निवासी-मस्जिद मोठ, सादिक नगर, दिल्ली।

बरामद माल -

(1) 4 ATM कार्ड 

(2) 1 Vivo mobile Phone

(3) 55,000/

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