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पौड़ी गढ़वाल : भारी बारिश के बाद भूस्खलन से 84 सडकें बंद

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है तो, वहीं भूस्खलन से रास्ते बाधित हो रहे हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बरसात के आने के साथ जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है। पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने अपना प्रभाव भी दिखाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब ख़बर पौड़ी गढ़वाल जिले से सामने आ रही है। जहां भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण 84 सडकें बंद है। वहीं, अब पौड़ी जिले की सड़कों, पेयजल और विद्युत लाईनो की स्थिति में मौसम के साथ देने से थोड़ा सुधार हुआ है। 

बता दें, लोक निर्माण विभाग के कुल 33 मार्ग अवरुद्ध है। जिनमें से राज्य मार्ग, 02 मुख्य जिला मार्ग, 04 अन्य जिला मार्ग व 27 ग्रामीण मार्ग है।

राष्ट्रीय राजमार्ग- जनपद के अन्तर्गत अवरूप मार्ग- राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-119 स्थान दुगड्डा-आमसौड, आगसौड-सिद्धबली के पास मार्ग भारी मलबा आने से अवरुद्ध हुआ था जो कि छोटे वाहनों हेतु खोल दिया गया है। भारी एवं बड़े वाहनों हेतु मार्ग अवरूद्ध है।

पी०एम०जी०एस०वाई (ग्रामीण मार्ग)- कुल अवरुद्ध मार्ग 51

(खण्ड श्रीनगर 1-06. श्रीनगर 204, कोटद्वार-14, बैजरो 08. सतपुली 08, दुगड्डा 04, कीर्तिनगर-07 )

विद्युत व्यवस्था- विद्युत वितरण खण्ड यमकेश्वर में 01 (58 ग्राम) विद्युत लाइन एवं विकासखण्ड दुगड्डा के अन्तर्गत 01 (25 ग्राम) विद्युत लाईन क्षतिग्रस्त है। जनपद के तहत शेष सभी क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों को वैकल्पिक व्यवस्था पर सुचारू कर दिया गया है।

पेयजल व्यवस्था- जनपद के अन्तर्गत जल संस्थान की विकासखंड यमकेश्वर में 04 ( तिमली अकरा, कचुण्डा, पंचूर, पटना). जयहरीखाल में 05 (बांसी, असनखेत, जाख मल्ला, चुण्डई, बेनी खुबानी), नैनीडाण्डा 01 (भौंन) व दुगड्डा 03 (मझियाडी लग्गा, मोहिनी रावत, धारगांवकूरीखाल) इस प्रकार कुल 13 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त है, जिसमें प्राकृतिक स्रोत हैण्डपम्प आदि से पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था / आपूर्ति की जा रही है।


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