उत्तर नारी डेस्क
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की बैठक के पश्चात संस्कृति मंत्री महाराज ने अधिकारियों को संस्कृति विभाग में कलाकारों के लम्बित भुगतानों को शीघ्र करने और राजकीय मेलों को मिलने वाले अनुदान का भुगतान किए जाने के भी निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री महाराज ने 7708.27 करोड की लागत से टिहरी झील के चारों ओर रिंगरोड हेतु फिजीबिलिटी, संरेखण, सर्वेक्षण, भूमि अधिग्रहण की अभी तक की प्रगति की भी समीक्षा की।
बैठक के पश्चात महाराज ने बताया कि टिहरी जलाशय के 42 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में चारों ओर सम मोटर मार्ग के निर्माण और मूलभूत सुविधाओं के विकास हेतु 234.60 किमी रिंगरोड हेतु 214.60 किमी भूमि जिसकी अनुमानित लागत 124.96 करोड़ है का निर्माण किया जाएगा। जिससे जनपद के 173 गांव की लगभग 84000 आबादी प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होगी। साथ ही चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्री भी इस रिंग रोड का मुख्य व वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रिंग रोड के निर्माण से टिहरी बांध जलाशय में जहां ढिशुम विधि से आने वाले पर्यटक ओके लिए आसानी होगी वहीं वर्ष भर जल किरण तथा साहसिक खेलों का आयोजन संभव हो पाएगा और सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि वर्तमान में फीजिबिलिटी सर्वेक्षण हेतु अनुबंध गठित का सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है परियोजना के कोठी से डोगरा चांटी सेतु तक के भाग पर उत्तराखण्ड पर्यटन निदेशालय देहरादून के द्वारा डीपीआर तैयार करने की कार्यवाही चल रही है।