उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में जंगली हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। राज्य के अलग-अलग जिलों से आए दिन जंगली हाथियों ने गांवों में घुसकर उत्पात मचाने की खबरें आती रहती है। ताजा मामला कोटद्वार के दुगड्डा ब्लॉक के सिमलचौड़ ग्राम पंचायत के ऐता गांव से सामने आ रहा है। जहां बीते शुक्रवार रात को धमके हाथी ने गांव में जमकर उत्पात मचाया है। बताया जा रहा हैं कि हाथी ने गेहूं की फसल, केले के बगीचे तहस-नहस कर डाले है। जिससे काफ़ी नुकसान हुआ है।
स्थायी ग्रामीण द्वारा बताया गया कि चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उन्होंने कनस्तर बजाकर और पटाखे फोड़कर किसी तरह हाथी को जंगल की ओर खदेड़ने में सफलता पाई। इस दौरान काश्तकारों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और फसल की क्षति का मुआवजा देने की मांग उठाई है। वहीं, रेंजर प्रमोद डोबरियाल ने बताया कि हाथी द्वारा ऐता गांव में काश्तकारों के फसलों को नुकसान पहुंचाने की सूचना नहीं है। शिकायत मिलने पर वनकर्मियों को मौके पर भेजकर फसलों की क्षति का आंकलन करवाया जाएगा। गांव में सोलर फेंसिंग का प्रस्ताव पूर्व में भेजा जा चुका है।