उत्तर नारी डेस्क
दिनांक 3 सितंबर को वादिनी सुलोचना देवी, निवासी- श्रीकोट, श्रीनगर द्वारा कोतवाली श्रीनगर में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके मोबाइल नम्बर पर व्हाट्स अप कॉल करके बताया कि मैं लंदन से बात कर रहा हूँ और आपके लिए यहां से आई फ़ोन, सोने, चांदी के जेवरात व महंगे कपड़े पार्सल के माध्यम से भेजूंगा। मैं किसी मुसीबत में हूँ और मुझे अभी पैसों की सख्त जरुरत है आप मुझे अभी 4 लाख 20 हजार रुपये मेरे एजेन्ट के खाते में ट्रांसफर कर दो। जिस पर वादिनी द्वारा दिए गए बैंक खाते में गूगल पे व अन्य माध्यम से लगभग ₹5 लाख धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर साइबर ठगी की गयी है।इस प्रा्र्थना पत्र पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कोतवाली श्रीनगर पर मु0अ0सं0-61/2024, धारा-318(4) बी.एन.एस. बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजन के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये इस पर त्वरित कार्यवाही कर विवेचना के सफल निस्तारण हेतु प्रभारी निरीक्षक श्रीनगर को निर्देशित किया गया। श्रीनगर पुलिस टीम द्वारा ठोस साक्ष्य संकलन व कुशल सुरागरसी पतारसी की गई तो प्रकाश में आया कि ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाला यह गैंग दिल्ली और बिहार से संचालित हो रहा है। पुलिस टीम द्वारा अलग अलग प्रदेशों में दबिश देकर अथक प्रयासों से उक्त अभियोग में संलिप्त एक अभियुक्त गौरव मल्होत्रा को 6 नवंबर को नई दिल्ली के सागरपुर कैलाशपुरी से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त गौरव मल्होत्रा को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।