उत्तर नारी डेस्क
विदेशी कल्चर और नई-नई परंपराओं के साथ होने वाली हाई प्रोफाइल शादियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन आज हम आपको लंदन की मेलोडी और उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग निवासी अक्षय नेगी की हिंदू रीति रिवाज से वाली शादी के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां दोनों ने पहाड़ी रीती-रिवाज से शादी रचाई है।अक्षय और मेलोडी दोनों ट्रैकिंग गाइड हैं। ट्रैकिंग के दौरान उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। बार्सू, दयारा बुग्याल और सूर्य टॉप बुग्याल में काम करते हुए मेलोडी ने स्थानीय परंपराओं और त्योहारों में हिस्सा लिया। इसी अनुभव ने उन्हें यह तय करने में मदद की कि वे अपनी शादी श्रीवासुकी नाग मंदिर में करेंगे।
आपको बता दें, विवाह का आयोजन उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक के पर्यटक गांव बार्सू में स्थित श्रीवासुकी नाग देवता मंदिर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने मेहमानों का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया और देवभूमि की संस्कृति की अनोखी झलक दिखाई दी। नव दंपति को मंदिर में वासुकीनाग देवता का आशीर्वाद भी मिला। विवाह की रस्में पंडित अजय नौटियाल और वधू पक्ष से पंडित राजीव नौटियाल ने संपन्न करवाई।
अक्षय और मेलोडी के विवाह में कन्या पक्ष से ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और यूरोप के मेहमान शामिल हुए। लुईस बॉन, केजी बॉन, एलएस बुश और तीस अन्य विदेशी मेहमानों के साथ समस्त बार्सू गांव के निवासी विवाह समारोह के साक्षी बने। विदेशी मेहमान उत्तराखंडी लोकगीतों पर थिरकते हुए संस्कृति का आनंद लेते नजर आए। विवाह के बाद मेलोडी को पहाड़ी रीति-रिवाज के अनुसार डोली में बिठाकर विदा किया गया। ग्राम प्रधान दीपा रावत समेत अन्य लोग भी समारोह में उपस्थित रहे। दूल्हे की दादी चंद्रा देवी माता दीपा देवी और अन्य रिश्तेदारों ने ग्रामीणों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। अक्षय ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने के प्रधानमंत्री के विजन को ध्यान में रखते हुए बार्सू गांव में यह शादी संपन्न कराई।
उत्तराखण्ड के कार्तिक की दुल्हन बनी जर्मनी की सोफिया
विदेशी कल्चर और नई-नई परंपराओं के साथ होने वाली हाई प्रोफाइल शादियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन आज हम आपको जर्मनी की सोफिया और उत्तराखण्ड के कार्तिक छिम्वाल की हिंदू रीति रिवाज से वाली शादी के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां दोनों की मुलाकात एक क्रूज शिप पर हुई, और प्यार परवान चढ़ा, और आखिरकार दोनों ने शादी करने का फैसला किया। बीते गुरुवार जिम कॉर्बेट पार्क मे एक दूसरे के साथ भारतीय रीति रिवाजों के साथ शादी के बंधन में भी बंध गए।
आपको बता दें, उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले के रामनगर के रहने वाले कार्तिक छिम्वाल और जर्मनी की सोफिया की प्रेम कहानी किसी फिल्म से कम नहीं, जहां दोनों की मुलाकात एक क्रूज शिप पर हुई, और साथ काम करते थे, काम के दौरान दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गई और फिर यह दोस्ती सात साल के खूबसूरत रिश्ते में बदल गई। इस दौरान क्रूज पर काम करते हुए दोनों पूरी दुनिया घूमते थे, लेकिन इस सफर में उन्हें एक-दूसरे का हमसफर मिल गया, धीरे-धीरे दोनों को एहसास हुआ कि वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते।
अपने रिश्ते को सात साल तक निभाने के बाद कार्तिक और सोफिया ने अपने-अपने परिवारों को इस बारे में बताया, दोनों ही परिवारों ने इस रिश्ते को सहर्ष स्वीकार कर लिया। जहां बीते गुरुवार जिम कॉर्बेट पार्क मे एक दूसरे के साथ भारतीय रीति रिवाजों के साथ शादी के बंधन में बंधे। सोफिया की खुशी में उनके परिजनों समेत जर्मनी के करीब 30 लोग शादी में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपनी बेटी कि भारतीय रीति रिवाजों के साथ शादी होते हुए देखी। जिसे देख वो काफी खुश नजर आए।
बताते चलें, सोफिया और कार्तिक की शादी के लिए उत्तराखण्ड के खूबसूरत जंगलों से घिरे कॉर्बेट पार्क को चुना गया, दो दिन तक चले भव्य समारोह के बाद देर रात दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। इस दौरान सोफिया ने खुशी जताते हुए कहा कि उन्हें भारतीय संस्कृति, परंपराएं और खासतौर पर भारतीय भोजन बेहद पसंद है। उन्होंने कहा कि शादी में भारतीय डांस और रीति रिवाजों को निभाना उनके लिए बेहद खास रहा।
दूल्हा बने कार्तिक ने कहा, “मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे सोफिया जैसी जीवनसंगिनी मिली.” उन्होंने अपने माता पिता का आभार जताया, जिन्होंने इस रिश्ते को अपनाया और खुशी-खुशी इस अनोखी शादी का हिस्सा बने।



