उत्तर नारी डेस्क
प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों में नियंत्रण बना हुआ है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर सरकार कोविड कर्फ्यू जारी रखने के फैसले पर बरकरार है।
तो वहीं उत्तराखण्ड में अन्य प्रदेशों से राज्य में प्रवेश के लिए वैक्सीन की दो डोज का 15 दिन पुराना प्रमाण पत्र की बाध्यता या प्रमाण पत्र न होने पर 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट पर प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। सभी का कोविड टीकाकरण समय पर हो इसको लेकर भी लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में अब उत्तराखण्ड के लिए अच्छी खबर है। जहां अब स्लाट बुकिंग की बाध्यता ख़त्म की जा रही है। जी हाँ कोविड टीकाकरण के लिए कोविन पार्टल पर स्लाट बुकिंग की बाध्यता अब खत्म कर दी गई है। कोई भी लाभार्थी किसी भी सरकारी टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लगवा सकता है।
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इस सम्बन्ध में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज उप्रेती ने बताया कि जिले में अब तक 94.24 फीसद (प्रथम खुराक) लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं, चार लाख 93 हजार 773 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। अभी 82 हजार 198 व्यक्तियों को प्रथम और नौ लाख 34 हजार 224 व्यक्तियों को दूसरी खुराक लगनी शेष है।
डा. मनोज उप्रेती ने बताया कि अब तक घर-घर टीकाकरण अभियान के तहत भी जिले में 2100 दिव्यांगजन को टीका लगाया गया है।
साथ ही कहा कि अगर किसी दिव्यांगजन को टीका लगना है तो उसके लिए 9368530756 पर व्हटसएप या मैसेज भेजा जा सकता है। विभाग की टीम उसे घर जाकर टीका लगाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में 547 टीकाकरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें 94 निजी केंद्र हैं।
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