उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के ज्यादातर इलाकों में घने बादल छाए हुए हैं और यहां पर जोरदार बारिश का सिलसिला चल रहा है मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यहां पर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी का अनुमान है दूसरी तरफ उत्तराखण्ड से लगे हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े इलाके में मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। तो वहीं बदरीनाथ धाम में ऊंचाई वाली चोटियों पर हिमपात भी शुरू हो गया है। जिससे यहां घाटी में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के बीच टकराव के चलते जम्मू कश्मीर लद्दाख हिमाचल उत्तराखण्ड पंजाब हरियाणा चंडीगढ़ दिल्ली उत्तर प्रदेश राजस्थान पुत्री मध्य प्रदेश बंगाल में अगले 24 घंटे के दौरान तेज हवाओं के बीच बिजली की गरज के साथ तेज बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए चारधाम यात्रा पर पहुंचे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा गया है। हालांकि यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई है।
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मुख्यमंत्री धामी ने भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों और एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर बारिश की स्थिति एवं आपदा प्रबंधन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश के सभी स्कूलों में 18 अक्टूबर को अवकाश रखने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने पर्यटक और तीर्थयात्रियों की भोजनादि की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं जरूरी होने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य, जिलों और तहसील स्तरों पर कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित हों। जिलों से आगामी दो दिन, हर घंटे रिपोर्ट भेजी जाए। किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर उसकी सूचना तुरंत दी जाए एवं रिस्पांस टाइम कम से कम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जाए। आईटीबीपी, सीडब्ल्यूसी, बीआरओ, एसडीआरएफ, राजस्व, पुलिस आदि आपसी समन्वय से काम करें। लैंडस्लाइड जोन पर विशेष ध्यान रखा जाए तथा रास्ते बंद होने पर उसे तुरंत खोलने की व्यवस्था हो।
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