उत्तर नारी डेस्क
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा पर पुणे डायलॉग 2021 में शामिल हुए। जहां उन्होंने कोरोना और जलवायु परिवर्तन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया एक खतरनाक वायरस को जानबूझकर हथियार बना रही है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत को नई रणनीति बनाने की आवश्यकता है। साथ ही, उन्होंने व्यापक राष्ट्रीय क्षमता बनाने और जैव-रक्षा, जैव-सुरक्षा निर्मित करने की जरूरत पर जोर दिया।
यह भी पढ़ें - उत्तराखण्ड में छिपा था उत्तर प्रदेश का हैवान तांत्रिक, उत्तराखण्ड पुलिस ने किया गिरफ्तार
बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जलवायु परिर्वतन के विषय पर पर चिंता व्यक्त करते कहा कि यह एक और खतरा है जिसके विविध और अप्रत्याशित प्रभाव हो सकते हैं। इनका अकेले मुकाबला भी नहीं किया जा सकता। अब समय आ गया है कि पूरी दुनिया को एक साथ होकर ऐसी रणनीति की बनानी होगी जो हमारे मकसद को पूरा करे और हमारा नुकसान कम से कम हो। क्योंकि यह धरती के संसाधनों की उपलब्धता को प्रभावित करता है, वह भी तेजी से खत्म होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा की अगर इस पर समय रहते हुए ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
इस दौरान अजीत डोभाल ने जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों और लक्ष्यों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 130 करोड़ की आबादी के साथ भारत का प्रति व्यक्ति ग्रीनहाउस उत्सर्जन 2.47 टन कार्बन डाइऑक्साइड है। वहीं वैश्विक औसत 6.45 टन CO2 की तुलना में, यह वैश्विक औसत से 60 प्रतिशत कम है। वहीं, उन्होंने बताया कि भारत ने इसे कम करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।