उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में इगास पर्व को पूरे धूमधाम से मनाया गया। इसी क्रम में कोटद्वार में भी लोक पर्व इगास को दुर्गापुर वार्ड नंबर 27 ताड़केश्वर नगर में क्षेत्रीय मातृशक्ति युवाओं ने बड़े धूम धाम से मनाया। जहां महामंत्री गौरव जोशी ने बताया कि हमारी 'संस्कृति' हमारी 'विरासत' के तहत यह लोक पर्व हम को मनाना ही चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पवित्र आस्था के प्रतीक लोक पर्व 'इगास बग्वाल' की देश-विदेश व प्रदेश में निवासरत् सभी उत्तराखण्डी माताओं-बहनों व भाइयों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम संयोजक पूर्व प्रधान लक्ष्मण बिष्ट ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इगास पर्व पर अवकाश घोषित करने पर आभार व्यक्त किया। आज के प्रतीक भेलों खेलकर सभी स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की एवं पकवान का आनंद लिया।
कार्यक्रम में लक्ष्मण सिंह बिष्ट (पूर्व प्रधान वरिष्ठ भाजपा), महामंत्री गौरव जोशी, सिमरन बिष्ट, नीना बेंजवाल, संगीता सुंदरियाल, अनिता रावत, यशवन्त सिंह नेगी, विनोद रावत, महेंद्र रावत, बसन्ती देवी,अरुणा, नीलम, सूर्यपाल, अनीता, सरोजनी इत्यादि मौजूद रहे।
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गढ़वाल क्षेत्र में इगास बग्वाल की महत्वता
पौराणिक मान्यता है, कि भगवान राम के बनवास के बाद अयोध्या पहुंचने पर लोगों ने दिये जलाकर उनका स्वागत किया और उसे दीपावली के त्योहार के रूप में मनाया। लेकिन कहा जाता है कि गढ़वाल क्षेत्र में भगवान राम के पहुंचने की खबर दीपवाली के ग्यारह दिन बाद मिली और इसीलिए ग्रामीणों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए ग्यारह दिन बाद दीपावली का त्योहार मनाया। जहां इगास बग्वाल के दिन लकड़ी और बेल से भैला बनाया जाता है और स्थानीय देवी देवताओं की पूजा अर्चना के बाद भैला जलाकर और ढोल नगाड़ों के साथ आग के चारों ओर लोकनृत्य किया जाता है।
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