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दो सगी बहनें बनी नशा तस्कर, कोरियर की आड़ में करती थी नशे का धंधा

उत्तर नारी डेस्क

समाज के लिए अभिशाप बन चुके नशे की तस्करी थमने के बजाए लगातार बढ़ती जा रही है। यह जहर युवाओं के रग-रग में इस तरह घुल चुका है कि साल दर साल चरस की खपत भी बढ़ती जा रही है। वहीं, समाज में युवाओं को नशे की गर्त में धकेलने के लिए काला कारोबार लंबे समय से चल रहा है। उत्तराखण्ड पुलिस भी अभियान चलाकर तस्करों की धरपकड़ कर रही है। लेकिन ये जानने के बावजूद भी तस्कर नए नए तरीके ढूंढ कर तस्करी कर रहे हैं। अब राजधानी देहरादून में ही देख लीजिए, यहां दो सगी बहनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों बहनें कुरियर की आड़ में लंबे वक्त से चरस और नशे की सप्लाई कर रही थीं।

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आपको बता दें कि देहरादून में डीआईजी जन्मेजय खंडूरी द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई है। वहीं, पुलिस को नशे की तस्करी की सूचना मिली, जिसके बाद 23 नवंबर की रात को पुलिस ने गहन चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान पुलिस ने मुस्कान चौक के निकट आईएसबीटी (ISBT) के सामने थाना पटेलनगर से 2 महिला तस्कर को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि देहरादून के सरस्वती विहार निवासी स्वाति राणा और प्रीति राणा आपस में सगी बहने हैं। वहीं, इनके पास से 150 ग्राम अवैध चरस व 320 नशीली गोलियां (अल्परोजालाम) बरामद की गई हैं। दोनों बहने स्कूटी से नशे का यह सामान सप्लाई करने जा रही थी। जिसे पुलिस ने सीज कर दिया है। दोनों बहनों के खिलाफ़ थाना पटेलनगर में कई धाराओं के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि रिस्पना के पास उनकी कुरियर की एक दुकान हैं। जिसकी आड़ में चरस व नशे की दवाईयों की सप्लाई भी ग्राहकों को की जाती है।

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