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उत्तराखण्ड : देवभूमि का बढ़ा मान, प्रसून जोशी को "इंडियन फ़िल्म पर्सनैलिटी ऑफ़ द ईयर" का सम्मान

उत्तर नारी डेस्क

52वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रसून जोशी को "इंडियन फ़िल्म पर्सनैलिटी ऑफ़ द ईयर" का सम्मान मिला है। 28 नवंबर तक गोवा में चले  इस इवेंट में सांसद-एक्ट्रेस हेमा मालिनी को भी 'इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जिसकी घोषणा केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने की है।

आपको बता दें प्रसून जोशी को यह सम्मान भारतीय सिनेमा में अहम योगदान देने के लिए दिया गया है। इस संबंध में प्रसून जोशी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कल यानि रविवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। जहां उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा कि "मैं इस पुरस्कार को अपने प्रेरणा स्रोत उत्तराखण्ड और भारत के सभी युवा रचनात्मक दिमागों को समर्पित करता हूं, जो छोटे शहरों से हो सकते हैं लेकिन एक बड़ा प्रभाव डालने के लिए प्रेरित हैं।"

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प्रसून जोशी सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के अध्यक्ष

प्रसून जोशी इस समय सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के अध्यक्ष है। प्रसून जोशी एक कवि, लेखक, गीतकार, पटकथा लेखक हैं। उन्होंने 17 साल की उम्र में गद्य और कविता की अपनी पहली किताब लिखी थी। वर्तमान में वे मैककैन वर्ल्ड ग्रुप इंडिया के सीईओ हैं। जोशी ने 2001 में राजकुमार संतोषी की लज्जा के साथ एक गीतकार के रूप में इंडस्ट्री में एंट्री ली थी। तब से वह कई बेहद सफल बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। तारे ज़मीन पर, रंग दे बसंती, भाग मिल्खा भाग, नीरजा और मणिकर्णिका, दिल्ली 6 और कई अन्य फिल्मों में अपने लेखन के जरिए उन्होंने साबित किया कि कोई भी लोकप्रिय शैली में काम करके समाज को रचनात्मक दिशा दे सकता है।

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प्रसून जोशी ने विश्व स्तर पर भी बनाई पहचान 

प्रसून जोशी को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी अच्छी-खासी पहचान मिली है। तारे ज़मीन पर (2007) और चटगांव (2013) में अपने काम के लिए उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है। 2015 में, भारत सरकार ने उन्हें कला, साहित्य और विज्ञापन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। उन्होंने कई बार फिल्मफेयर, आईफा, स्क्रीन जैसे लोकप्रिय फिल्म पुरस्कार जीते हैं। 2014 में उन्हें कान्स टाइटेनियम जूरी के अध्यक्ष के रूप में बुलाया गया था। वह अंतरराष्ट्रीय कान्स लायन टाइटेनियम अवॉर्ड की अध्यक्षता करने वाले पहले एशियाई थे। जोशी राष्ट्रमंडल खेल 2010 के उद्घाटन और समापन समारोहों के लिए चयनित तीन सदस्यीय कोर रचनात्मक सलाहकार समिति के सदस्य थे। वह 52वें आईएफएफआई में '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो' के ग्रैंड जूरी के भी सदस्य हैं।

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