ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
द्वितीया, कृष्ण पक्ष
चैत्र
""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि-------- द्वितीया 10:05:55 तक
पक्ष------------------------कृष्ण
माह_____चैत्र7गते
नक्षत्र---------चित्रा 22:39:14
योग------------ध्रुव 18:31:30
करण-----------गर 10:05:54
करण------वणिज 21:14:27
वार---------------------रविवार
माह-------------------------चैत्र
चन्द्र राशि ------ कन्या11:09:49
चन्द्र राशि ----------------------तुला
सूर्य राशि------------------- मीन
रितु----------------------वसन्त
आयन----------------उत्तरायण
संवत्सर-------------------प्लव
संवत्सर (उत्तर)-------------राक्षष
विक्रम संवत-------------2078
विक्रम संवत (कर्तक)----2078
शाका संवत---------------1943
कोटद्वार
सूर्योदय___06:25:
सूर्यास्त-----------18,:24:
दिन काल-----------12:04:22
रात्री काल-----------11:54:30
चंद्रास्त--------------07:41:52
चंद्रोदय--------------20:39:53
लग्न---- मीन5°14' , 335°14'
सूर्य नक्षत्र--------उत्तराभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र----------------चित्रा
नक्षत्र पाया-----------------रजत
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
पो---- चित्रा11:09:49
रा----चित्रा 16:54:56
री----चित्रा 22:39:14
रू----स्वाति28:22:47
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मीन 05:12 'उ o भा o , 1 दू
चन्द्र =कन्या 27°23, चित्रा , 2 पो
बुध = कुम्भ 22 ° 07' पूo भा o ' 1 से
शुक्र=मकर 18°05, श्रवण ' 3 खे
मंगल=मकर 16°30 ' श्रवण ' 2 खू
गुरु=कुम्भ 23°30 ' पू o भा o, 2 सो
शनि=मकर 25°33 ' धनिष्ठा ' 2 गी
राहू=(व)वृषभ 01°20' कृतिका , 2 ई
केतु=(व)वृश्चिक 01°20 विशाखा , 4 तो
🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩
राहू काल 16:58 - 18:29 अशुभ
यम घंटा 12:27 - 13:57 अशुभ
गुली काल 15:28 - 16:58 अशुभ
अभिजित 12:03 -12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 16:52 - 17:41 अशुभ
💮चोघडिया, दिन💮
उद्वेग06:25 - 07:55 अशुभ
चर 07:55 - 09:26 शुभ
लाभ 09:26 - 10:56 शुभ
अमृत10:56 - 12:27 शुभ
काल 12:27 - 13:57 अशुभ
शुभ 13:57 - 15:28 शुभ
रोग 15:28 - 16:58 अशुभ
उद्वेग16:58 - 18:29 अशुभ
🚩चोघडिया, रात🚩
शुभ 18:29 - 19:58 शुभ
अमृत19:58 - 21:28 शुभ
चर 21:28 - 22:57 शुभ
रोग 22:57 - 24:26अशुभ
काल 24:26 - 25:56अशुभ
लाभ 25:56 - 27:25शुभ
उद्वेग27:25 - 28:54अशुभ
शुभ 28:54 - 30:24शुभ
💮होरा, दिन💮
सूर्य 06:25 - 07:25
शुक्र 07:25 - 08:25
बुध 08:25 - 09:26 घर
चन्द्र 09:26 - 10:26
शनि 10:26 - 11:26
गुरु 11:26 - 12:27
मंगल 12:27 - 13:27
सूर्य 13:27 - 14:28
शुक्र 14:28 - 15:28
बुध 15:28 - 16:28
चन्द्र 16:28 - 17:29
शनि 17:29 - 18:29
🚩होरा, रात🚩
गुरु 18:29 - 19:29
मंगल 19:29 - 20:28
सूर्य 20:28 - 21:28
शुक्र 21:28 - 22:27
बुध 22:27 - 23:27
चन्द्र 23:27 - 24:26
शनि 24:26 - 25:26
गुरु25:26 - 26:25
मंगल26:25 - 27:25
सूर्य 27:25 - 28:24
शुक्र 28:24 - 29:24
बुध 29:24 - 30:24
🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩
मीन > 06:14 से 07:45 तक
मेष > 07:45 से 10:28 तक
वृषभ > 10:28 से 12:09 तक
मिथुन > 12:09 से 13:33 तक
कर्क > 13:33 से 15:53 तक
सिंह > 15:53 से 16:57 तक
कन्या > 16:57 से 08:09 तक
तुला > 08:09 से 10:40 तक
वृश्चिक > 10:40 से 01:52 तक
धनु > 01:52 से 02:56 तक
मकर > 02:56 से 04:46 तक
कुम्भ > 04:46 से 06:14 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
कोटद्वार+10मिनट
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥रोग में रोगी स्नान कर काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें । लाभ में व्यापार करें ।रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम💮
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 2 + 1 + 1 = 19 ÷ 4 = 3 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
🚩🌹💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🌹🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:
17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = सन्ताप कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
रात्रि 21:13 से प्रारम्भ
पाताल लोक = धनलाभ कारक
💮🛕🚩 विशेष जानकारी 🚩🛕💮
रंगजी ब्रह्मोत्सव उत्सव वृन्दावन
गांगलभट्टाचार्य पाटोत्सव
💮🔹🚩💮 शुभ विचार 💮🚩🔹💮
गुरुरग्निर्द्वि जातीनां वर्णानां ब्राह्मणो गुरुः ।
पतिरेव गुरुः स्त्रीणां *सर्वस्याभ्यागतो गुरुः ।।
।।चा o नी o।।
ब्राह्मणों को अग्नि की पूजा करनी चाहिए . दुसरे लोगों को ब्राह्मण की पूजा करनी चाहिए . पत्नी को पति की पूजा करनी चाहिए तथा दोपहर के भोजन के लिए जो अतिथि आये उसकी सभी को पूजा करनी चाहिए .
🚩☃️💮☃️🚩 सुभाषितानि 🚩☃️💮☃️🚩
गीता -: क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोग अo-13
क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरेवमन्तरं ज्ञानचक्षुषा ।,
भूतप्रकृतिमोक्षं च ये विदुर्यान्ति ते परम् ॥,
इस प्रकार क्षेत्र और क्षेत्रज्ञ के भेद को (क्षेत्र को जड़, विकारी, क्षणिक और नाशवान तथा क्षेत्रज्ञ को नित्य, चेतन, अविकारी और अविनाशी जानना ही 'उनके भेद को जानना' है) तथा कार्य सहित प्रकृति से मुक्त होने को जो पुरुष ज्ञान नेत्रों द्वारा तत्व से जानते हैं, वे महात्माजन परम ब्रह्म परमात्मा को प्राप्त होते हैं॥,34॥,
💮⚛️🚩 दैनिक राशिफल 🚩⚛️💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।
🐂वृष
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।
👫मिथुन
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।
🦀कर्क
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।
🐅सिंह
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।
🙍♀️कन्या
मेहनत का फल मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।
⚖️तुला
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।
🦂वृश्चिक
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🏹धनु
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।
🐊मकर
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।
🍯कुंभ
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। धैर्य एवं शांति से वाद-विवादों से निपट सकेंगे। दुस्साहस न करें। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। स्वयं की प्रतिष्ठा व सम्मान के अनुरूप कार्य हो सकेंगे।
🐟मीन
बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। थकान रहेगी। व्यापार-व्यवसाय संतोषप्रद रहेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। अल्प परिश्रम से ही लाभ होने की संभावना है। खर्चों में कमी करने का प्रयास करें। अति व्यस्तता रहेगी।
कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी
मोबाइल नंबर - 91 78953 06243
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