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आज का पंचांग और राशिफल - भागवताचार्य आयुर्वेद रत्न, ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी के साथ

पंडित राजेन्द्र प्रसाद बेबनी

दिनाँक:-23/05/2022, सोमवार

अष्टमी, कृष्ण पक्ष

ज्येष्ठ

""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)


तिथि----------- अष्टमी 11:33:47     तक

पक्ष------------------------- कृष्ण

नक्षत्र-------- शतभिषा 22:20:49

योग------------ वैधृति 25:03:41

करण----------- कौलव 11:33:47

करण----------- तैतुल 23:04:40

वार----------------------- सोमवार

माह-------------------------- ज्येष्ठ09गते

चन्द्र राशि-------------------  कुम्भ

सूर्य राशि-------------------- वृषभ

रितु------------------------- ग्रीष्म

आयन------------------ उत्तरायण

संवत्सर---------------------- नल

संवत्सर (उत्तर)----------------- नल

विक्रम संवत---------------- 2079

विक्रम संवत (कर्तक)--------- 2078 

शाका संवत---------------- 1944


कोटद्वार उत्तराखड

सूर्योदय--------------- 05:28:01

सूर्यास्त--------------- 19:04:10

दिन काल------------- 13:36:09

रात्री काल------------- 10:23:27

चंद्रास्त---------------- 12:37:02

चंद्रोदय---------------- 25:51:00


लग्न---- वृषभ 7°42' , 37°42'


सूर्य नक्षत्र----------------- कृत्तिका

चन्द्र नक्षत्र---------------- शतभिषा

नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र


🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩


सा---- शतभिषा 10:28:40


सी---- शतभिषा 16:23:37


सू---- शतभिषा 22:20:49


से---- पूर्वाभाद्रपदा 28:20:16


💮🚩💮  ग्रह गोचर  💮🚩💮


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

==========================

सूर्य=वृषभ      07:12    कृतिका ,      4       ए

चन्द्र =कुम्भ 10°23  , शतभिषा,        2      सा

बुध =वृषभ 05  ° 07'     कृतिका    '   3       उ

शुक्र=मीन   29 °05,   रेवती        '  4       ची

मंगल=कुम्भ  04°30  '    उoभाo'  1       दू

गुरु=मीन  08°30 '   ऊ o भा o,      2        थ

शनि=कुम्भ 00°33 '       धनिष्ठा   '  3         गु

राहू=(व) मेष  27°50'    कृतिका ,   1       अ

केतु=(व) तुला 27°50    विशाखा , 3         ते


🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩


राहू काल 07:10 - 08:52 अशुभ

यम घंटा 10:34 - 12:16 अशुभ

गुली काल 13:58 - 15:40 अशुभ

अभिजित 11:49 -12:43 शुभ

दूर मुहूर्त 12:43 - 13:38 अशुभ

दूर मुहूर्त 15:27 - 16:21 अशुभ


🚩पंचक अहोरात्र अशुभ


💮चोघडिया, दिन

अमृत 05:28 - 07:10 शुभ

काल 07:10 - 08:52 अशुभ

शुभ 08:52 - 10:34 शुभ

रोग 10:34 - 12:16 अशुभ

उद्वेग 12:16 - 13:58 अशुभ

चर 13:58 - 15:40 शुभ

लाभ 15:40 - 17:22 शुभ

अमृत 17:22 - 19:04 शुभ


🚩चोघडिया, रात

चर 19:04 - 20:22 शुभ

रोग 20:22 - 21:40 अशुभ

काल 21:40 - 22:58 अशुभ

लाभ 22:58 - 24:16 शुभ

उद्वेग 24:16 - 25:34 अशुभ

शुभ 25:34 - 26:52 शुभ

अमृत 26:52 - 28:10 शुभ

चर 28:10 - 29:28 शुभ


💮होरा, दिन

चन्द्र 05:28 - 06:36

शनि 06:36 - 07:44

बृहस्पति 07:44 - 08:52

मंगल 08:52 - 10:00

सूर्य 10:00 - 11:08

शुक्र 11:08 - 12:16

बुध 12:16 - 13:24

चन्द्र 13:24 - 14:32

शनि 14:32 - 15:40

बृहस्पति 15:40 - 16:48

मंगल 16:48 - 17:56

सूर्य 17:56 - 19:04


🚩होरा, रात

शुक्र 19:04 - 19:56

बुध 19:56 - 20:48

चन्द्र 20:48 - 21:40

शनि 21:40 - 22:32

बृहस्पति 22:32 - 23:24

मंगल 23:24 - 24:16

सूर्य 24:16 - 25:08

शुक्र 25:08 - 25:59

बुध 25:59 - 26:52

चन्द्र 26:52 - 27:44

शनि 27:44 - 28:36

बृहस्पति 28:36- 29:28


🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल  💮🚩


वृषभ   > 04:14  से  06:12   तक

मिथुन  > 06:12  से  08:25  तक

कर्क    > 08:25  से  10:42  तक

सिंह    > 10:42   से 12:54  तक

कन्या  >  12:42  से  15:06  तक

तुला   >  15:06   से   17:21  तक

वृश्चिक > 17:21   से  19:42 तक

धनु     > 19:42   से   21:42 तक

मकर   > 21:42  से 23:28   तक

कुम्भ   > 11:28 से  01:01  तक

मीन    > 01:01  से 02:31  तक

मेष     > 02:31   से  04:14  तक


🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है।

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l

भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll


🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,

चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।

दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,

नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।


  15 + 8 + 2  + 1 = 26  ÷ 4 = 2 शेष

 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l


🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


 गुरु ग्रह मुखहुति


💮    शिव वास एवं फल -:


 23 +  23 + 5 = 51  ÷ 7 = 2  शेष


 गौरि सन्निधौ  = शुभ कारक


🚩भद्रा वास एवं फल -:


स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।

मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।


💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮


*श्री त्रिलोकनाथ अष्टमी (बंगाल)


*गुरु अमरनाथ जयन्ती


*श्री दादूदयाल पुण्य तिथि


*मेला चेनानी माता (राज ०)


💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮


उर्व्यां कोऽपि महीधरो लघुतरो दोर्भ्यां धृतो लीलया

तेन त्वांदिवि भूतले च ससतं गोवर्धनी गीयसे ।

त्वां त्रैलोक्यधरं वहामि कुचयोरग्रेण तद् गण्यते

किंवा केशव भाषणेन बहुनापुण्यैर्यशो लभ्यते ।।

।। चा o नी o।।


रुक्मिणी भगवान् से कहती हैं हे केशव! आपने एक छोटे से पहाड को दोनों हाथों से उठा लिया वह इसीलिये स्वर्ग और पृथ्वी दोनों लोकों में गोवर्धनधारी कहे जाने लगे। लेकिन तीनों लोकों को धारण करनेवाले आपको मैं अपने कुचों के अगले भाग से ही उठा लेती हूँ, फिर उसकी कोई गिनती ही नहीं होती। हे नाथ! बहुत कुछ कहने से कोई प्रयोजन नहीं, यही समझ लीजिए कि बडे पुण्य से यश प्राप्त होता है।


🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩


गीता -: दैवासुरसम्पद्विभागयोग अo-16


आढयोऽभिजनवानस्मि कोऽन्योऽस्ति सदृशो मया।,

यक्ष्ये दास्यामि मोदिष्य इत्यज्ञानविमोहिताः॥,

अनेकचित्तविभ्रान्ता मोहजालसमावृताः।,

प्रसक्ताः कामभोगेषु पतन्ति नरकेऽशुचौ॥,

मैं बड़ा धनी और बड़े कुटुम्ब वाला हूँ।, मेरे समान दूसरा कौन है? मैं यज्ञ करूँगा, दान दूँगा और आमोद-प्रमोद करूँगा।, इस प्रकार अज्ञान से मोहित रहने वाले तथा अनेक प्रकार से भ्रमित चित्त वाले मोहरूप जाल से समावृत और विषयभोगों में अत्यन्त आसक्त आसुरलोग महान्‌ अपवित्र नरक में गिरते हैं॥,15-16॥,*


💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

दौड़धूप अधिक रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। समाज में आपके कार्यों की आलोचना होगी। राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। वाणी पर संयम रखें।


🐂वृष

मेहनत सफल रहेगी। कार्य की प्रशंसा होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। ऐश्वर्य के साधन मिलेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। कार्य निर्णय बहुत शांति से विचार करके करना ही शुभ है।


👫मिथुन

पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बना रहेगा। नौकरी में मनचाही पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। रुका धन मिलेगा। व्यापार में नए अनुबंध होंगे। अजनबियों पर विश्वास न करें।


🦀कर्क

यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है। व्ययों में कमी करना चाहिए।


🐅सिंह

फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। दूसरों पर अतिविश्वास न करें। वस्तुएं संभालकर रखें। आपकी मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति आपके जीवन में आनंद का संचार करेगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा।


🙍‍♀️कन्या

डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। सार्वजनिक कार्यों में समय व्यतीत होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। रोजगार के क्षेत्र में उन्नति होगी।


⚖️तुला

घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे, प्रयास करें। प्रसन्नता रहेगी। उत्तम मनोबल आपकी सभी समस्याओं को हल कर देगा। प्रतिष्ठित जनों से मेलजोल बढ़ेगा। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे।


🦂वृश्चिक

राजकीय बाधा दूर होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी से मतभेद। व्यवहारकुशलता से समस्या का समाधान हो सकेगा। वाहन सावधानी से चलाएं।


🏹धनु

वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। कुसंगति से हानि होगी। आय कम होगी। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता का विशेष योग है। व्यापारिक निर्णय जल्दबाजी में न लें।


🐊मकर

राजकीय बाधा दूर होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। प्रमाद न करें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी। अधूरे पड़े काम पूरे होने के योग हैं।


🍯कुंभ

संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। शत्रु परास्त होंगे। बेरोजगारी दूर होगी। यात्रा, नौकरी व निवेश लाभदायक रहेंगे। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी। संतान की शिक्षा संबंधी समस्या रह सकती है।


🐟मीन

यात्रा मनोरंजक रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। आय में अधिक व्यय से मनोबल कमजोर पड़ सकता है। कार्य, व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगे ।

कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी

मोबाइल नंबर - 91 78953 06243

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