उत्तर नारी डेस्क
आज विधानसभा अध्यक्षा व कोटद्वार विधायक ऋतू खंडूड़ी भूषण ने तीन दिवसीय कण्वाश्रम वसंत उत्सव मेले के समापन दिवस पर पहुंचकर मेले में लगे विभिन्न दुकानों, स्टोलों का निरीक्षण किया। साथ ही विभिन्न खेलों में प्रतिभाग कर रहे खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन भी किया।
इस दौरान विधायक ऋतू खंडूड़ी भूषण ने बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि चक्रवर्ती सम्राट भगवान भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम का यह वसंत उत्सव मेला कोटद्वार की जनता के साथ-साथ अन्य राज्य व स्थानों के लिए भी महत्वपूर्ण है। मेले एक उत्सव के साथ प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का भी प्रतीक है, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और पारंपरिक मेलों और त्योहारों के पुराने गौरव को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। उत्तराखण्ड देवी-देवताओं की धरती है। यहां पर आयोजित होने वाले मेले, त्यौहार और उत्सव हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। मेले हमारे जीवन में हर्ष, आनंद, उमंग, उल्लास, प्रेम, शांति, संतुष्टि तथा खुशियों का संचार करते हैं। मेलों से सामाजिक सहयोग, समरसता, सौहार्द तथा भाई चारा बढ़ता है।
वहीं, विधानसभा अध्यक्षा ने बताया कि कण्वाश्रम के ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के अनुसार कण्वाश्रम को केंद्र सरकार की ओर से स्वच्छ आइकॉनिक स्थल घोषित किया गया है। उन्होने कण्वाश्रम को राष्ट्रीय पर्यटन के तौर पर विकसित करने की भी बात कही।
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