उत्तर नारी डेस्क
बता दें, रविवार को यूकाडा के वित्त महाप्रबंधक अमित सैनी हेलीपैड निरीक्षण व हेलीकॉप्टर सेवा व्यवस्थाओं का जायजा लेने केदारनाथ पहुंचे हुए थे। जैसे ही वह हेलीकॉप्टर से उतरे तुरंत हेलीकॉप्टर के पिछले पंखे की चपेट में आने से उनकी गर्दन कट गई और मौके पर ही मौत हो गई। सूत्रों की मानें तो जिस समय यह हादसा हुआ उस समय उत्तराखण्ड सिविल एविएशन के सीईओ भी वहां मौजूद थे।
25 अप्रैल से शुरू हो रही है केदारनाथ धाम यात्रा
25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। ऐसे में यात्रा में अब बेहद कम समय बचा है ऐसे में प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारियों में लगा है। तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं, केदारनाथ धाम में गत दिनों से हो रही बारिश-बर्फबारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं से आग्रह है कि वे मौसम के मद्देनजर संभल कर और मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार यात्रा प्रारंभ करें। केदारनाथ धाम जाने से पहले मौसम का पूर्वानुमान अवश्य देखें। बारिश एवं ठंड से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े ले जाएं। बर्फबारी एवं अत्यंत ठंड होने के कारण यात्रा के दौरान तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। यात्रा के दौरान यात्री स्वास्थ्य बिगड़ने पर तत्काल नजदीकी हेल्थ सेंटर पर जाकर चिकित्सक से परामर्श भी ले सकते हैं। सुगम, सुरक्षित और निर्बाध यात्रा सम्पन्न कराने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है।
श्रद्धालु निम्न बातों का ध्यान अवश्य रखें-
● केदारनाथ धाम क्षेत्र व यात्रा के ऊंचाई वाले पड़ावों में प्रतिदिन सांयकाल बारिश और बर्फवारी के कारण अत्यधिक ठण्ड बढ़ रही है, ऐसे में मौसम पूर्वानुमान के हिसाब से यात्रा करें।
● अपने साथ पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े, बरसाती, जरूरी दवाईयां साथ लेकर चलें।
● किसी भी प्रकार की समस्या या सहायता के लिए डायल 112 या केदारनाथ यात्रा हेल्पलाइन नम्बर 7579257572 पर काॅल करें।
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