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उत्तराखण्ड का ऐपण अभिनेता अभिलाष थपलियाल के माध्यम से पहुंचा कान्स फिल्म फेस्टिवल

उत्तर नारी डेस्क 

12 दिन तक चलने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल में बहुत से सेलेब्स रेड कार्पेट पर अपना जलवा बिखरते नजर आ रहे है। इसी क्रम में बालीवुड अभिनेता अभिलाष थपलियाल ने भी कान्स के रेड कार्पेट में कदम रखते ही छा गए। आपको बता दें, कान्स के रेड कार्पेट लुक में बालीवुड अभिनेता अभिलाष थपलियाल ने काले रंग के कुर्ते के साथ ऐपण डिजाइन वाला स्टोल पहना, जिसे ऐपण गर्ल मीनाक्षी खाती ने डिजाइन किया था। वहीं, रेड कार्पेट में अपनी पहचान को लेकर वहां जाने की सोच को उनके प्रशंसको द्वारा काफी सराहा जा रहा है। क्यूंकि उन्होंने फैशन की राजधानी के नाम से मशहूर कान के रेड कार्पेट पर अपना पहला डेब्यू उत्तराखण्ड की पहचान ऐपण डिजाइन को अपने स्टाल और कुर्ते के कालर पर मैच किया। अभिलाष चाहते थे कि फैशन की राजधानी के नाम से मशहूर कान के रेड कार्पेट पर जब वो पहली बार जाएं तो अपने साथ उत्तराखण्ड की पहचान को भी ले जाएं। अभिलाष ने अपना यह छोटा-सा प्रयास उत्तराखण्ड के निवासियों को समर्पित किया है।

बता दें, अभिलाष ने बताया कि, जब रेड कार्पेट पर लुक की बात हुई तो उन्होंने अपनी पहचान लेकर वहां जाने की सोची और इसे लेकर उन्होंने अपनी डिजाइनर अमनदीप कौर से बात की और फिर ड्रेस के साथ ऐपण डिजाइन मैच करने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने मीनाक्षी खाती से संपर्क किया, जिन्होंने कई बेहतरीन डिजाइन बताए। बाद में स्टाल और कुर्ते के कालर पर ऐपण का बार्डर बनाया गया। वे चाहते हैं कि उत्तराखंड के लोग अपनी बोली और पहचान को अपनाएं। इससे न केवल हम अपनी संस्कृति को बचाएंगे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों तक इसे पहुंचाने में मदद मिलेगी।

वहीं, स्टोल को डिजाइन करने वाली रामनगर निवासी मीनाक्षी खाती इस बात से काफी खुश हैं कि उनके ऐपण डिजाइन को कान जैसा अंतरराष्ट्रीय मंच मिला है। मीनाक्षी बताती हैं, स्टोल के बार्डर पर हमने लहरिया बेल बनाई है, जो जीवन में निरंतरता, प्रगति, सुगंध और सुंदरता का संदेश देती है। इसके साथ ही मैग्पाई चिड़िया बनी है, जो खुशहाली का प्रतीक है। मीनाक्षी के अनुसार, कुमाऊंनी परंपरा के तहत पक्षियों को ऐपण में प्रेम और जीवन के प्रतीक के रूप में उकेरा जाता है। ऐपण कला प्रकृति से प्रेरित है, इसलिए इसमें हिमालय, पेड़, गार्गी बेल जैसी चीजें बनाई जाती हैं।

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