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रुद्रप्रयाग : मदमहेश्वर मार्ग पर बना पुल बहा, दो दिन से फंसे 293 यात्रियों को किया रेस्क्यू

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। वहीं भारी बारिश के कारण यहां पर आपदा जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो रही हैं। हाल ही में रुद्रप्रयाग के मदमहेश्वर घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार से कुछ आगे बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया था, जिस वजह से 293 यात्री फंस गए थे और उनका आखिरकार 2 दिन के बाद सफल रेस्क्यू किया गया। 

जानकारी के अनुसार, 13/14 अगस्त की रात्रि में जनपद रुद्रप्रयाग के मदमहेश्वर घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार से कुछ आगे बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण मदमहेश्वर धाम सहित इस क्षेत्र में गये यात्री व स्थानीय लोग फंस गये थे। वहाँ तक पहुंचने के एकमात्र सम्पर्क मार्ग का बुरी तरह ध्वस्त होने व लगातार हो रही बारिश के चलते 15 अगस्त को एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमों ने प्रशिक्षित तरीके से नदी को पार करने हेतु रेस्क्यू रस्सों व आपदा प्रबन्धन उपकरणों की सहायता से लोगों को निकाला गया। 

पुनः 16 अगस्त को भी इस स्थान से लोगों को निकाला गया, साथ ही मद्महेश्वर धाम से तकरीबन 7-8 किमी नीचे नानू खर्क में बनाये गये अस्थाई हैलीपेड से हैलीकॉप्टर द्वारा रांसी तक छोड़ा गया। हैलीकॉप्टर से कुल 190 लोगों सहित कुल 293 लोगों को ऐसे स्थानों तक पहुंचाया गया है जहाॅ से अब ये सुरक्षित और सकुशल अपने गन्तव्यों को प्रस्थान कर रहे हैं। इस आपात घड़ी में मद्महेश्वर घाटी के स्थानीय लोगों का भी सराहनीय योगदान रहा है। सुरक्षित निकले यात्रियों व लोगों ने स्थानीय जनमानस, स्थानीय प्रशासन, पुलिस व रेस्क्यू कार्य में लगी एसडीआरएफ व डीडीआरएफ टीम का आभार प्रकट किया गया है।

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