उत्तर नारी डेस्क
जिला संसाधन विभाग के विभागध्यक्ष गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि शिक्षकों को अपने विषय मे निपुणता हासिल करनी चाहिए। गैड़ा द्वारा तनाव प्रबंधन व हैप्पीनैस कार्यक्रम की जानकारी दी गयी। सेवारत विभाग के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ बी .सी.पांडे ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों की कार्य कुशलता में वृद्धि होती है। पांडे ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को समझने व व्यावहारिक धरातल पर उतारने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है।
डॉ. दीपा जलाल ने आननदम व गाइडेंस काउंसलिंग की जानकारी दी। डॉ. प्रकाश पंत द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जानकारी दी गयी। डॉ. सरिता पांडे द्वारा क्रिटिकल थिंकिंग पर कक्षा कक्ष में किए जाने वाले गतिविधियों की चर्चा की।कार्यक्रम में मुख्य संदर्भदाता महेश चंद्र पांडे, नरेंद्र पाल सिंह, धर्मवीर सिंह, राकेश खत्री, मो.रियाज, धर्मपाल सिंह ने अपनी बात रखी कार्यक्रम में सेवारत विभाग के एम.एस. भंडारी, डॉ. प्रकाश पंत, जी. एस. गैडा, डॉ. दीपा जलाल, ललित मोहन पांडे, डॉ. हेमचंद जोशी, डॉ. सरिता पाण्डे, अशोक बनकोटी द्वारा न्यू एजुकेशन 2020, क्रिटिकल थिंकिंग, तनाव प्रबंधन आदि विषयों पर व्याख्यान दिए गए। कार्यक्रम में दिनेश चंद पपनै, विनोद चंद लोहानी, प्रेरणा गुरुरानी हरेंद्र सिंह बिष्ट, बनवारी लाल आदि 101 लेक्चर थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर बी. सी. पांडे और एम. एस. भंडारी द्वारा किया गया।