उत्तर नारी डेस्क
आज के समय में बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। अच्छा लगता है जब बेटियां आगे बढ़कर अपने परिवार सहित प्रदेश और देश का नाम रोशन करती है। एक बार फिर उत्तराखण्ड की एक बेटी ने देवभूमि का सिर गर्व से ऊंचा किया है। बता दें, नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस (एनसीसीएस) पुणे के वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका में एक नई कवक प्रजाति की खोज की है। इस प्रजाति का नाम ल्यूकोन्यूरोस्पोरा भारतीएंसिस रखा गया है। इस खोज में पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग की बेटी गंगा रावत ने भी अहम योगदान दिया है। गंगा रावत ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेरीनाग से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।
बचपन से ही विज्ञान के प्रति रुचि रखने वाली गंगा रावत वर्ष 2022 में विज्ञानशाला के स्टेम चैंपियन प्रोग्राम का हिस्सा बनी। अपने कठिन परिश्रम और विज्ञानशाला के मेंटर्स के दिशा निर्देश पर गंगा ने फेर्गुसन कॉलेज पुणे में एमएससी बायो-कैमिस्ट्री में प्रवेश प्राप्त किया, जिससे इस शोध में कार्य करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। पढ़ाई के दौरान 5 मई से 5 जुलाई 2024 तक एनसीसीएस पुणे में गंगा रावत को प्रशिक्षु के रूप में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ।
गौरतलब है कि इसके बाद गंगा रावत ने फंगल नमूनों के विश्लेषण में सहायता की और निष्कर्षों को और समृद्ध किया। इस खोज के पीछे की टीम में डॉ. अविनाश शर्मा, डॉ. रामेश्वर अवचार और नम्रता जिया के साथ ही गंगा रावत भी शामिल हैं। यह खोज अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका "फंगल सिस्टमैटिक्स एंड इवोल्यूशन", वॉल्यूम 14, दिसंबर 2024 में प्रकाशित हुई है। एनसीसीएस पुणे के वैज्ञानिकों की ये खोज पादप और जीव विज्ञान में एक महत्वपूर्ण खोज मानी जा रही है।