उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक गर्मी का प्रकोप जारी रह सकता है। ऐसे में नागरिकों को सावधानी बरतने और स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है ताकि गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।
मौसम को ध्यान में रखते हुए विभाग ने लू-तापघात से आवश्यक तैयारी एवं बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश तैयार किये गये हैं।
इसके साथ ही उत्तराखण्ड में बढ़ती गर्मी और हीटवेव की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों और प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें।
हल्के और सूती कपड़े पहनें, सिंथेटिक कपड़ों से परहेज करें।
सिर को ढककर रखें, छाता या टोपी का इस्तेमाल करें।
शराब और कैफीनयुक्त पेय से दूर रहें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं।
आपको बता दें, प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही गर्मी ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मैदानी इलाकों में झुलसाती धूप और चलने वाली गर्म हवाओं ने लोगों का सुकून छीन लिया है, वहीं रात के तापमान में भी असामान्य बढ़ोतरी ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में हीटवेव की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
मौसम विभाग के देहरादून केंद्र से मिले इनपुट के मुताबिक यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक लगातार बनी रह सकती है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा।
मंगलवार को प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया गया। राजधानी देहरादून में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान भी 21.3 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से ऊपर है।
पंतनगर में स्थिति और भी खराब रही, जहां अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हालांकि पहाड़ी क्षेत्रों जैसे मुक्तेश्वर और नई टिहरी में तापमान अपेक्षाकृत कम रहा, लेकिन वहां भी सामान्य से अधिक गर्मी महसूस की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बुधवार को भी प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा और तापमान में और वृद्धि हो सकती है। देहरादून में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस दौरान तेज धूप और गर्म हवाएं चलने से लू लगने का खतरा बढ़ गया है।