उत्तर नारी डेस्क
आपको बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग परियोजना के तहत 17 टनल के कार्यों को कुल 10 पैकेज में बांटा गया है और रेलवे लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। सीएम त्रिवेंद्र रावत खुद इस रेलवे प्रोजेक्ट की नियमित रूप से मानिटरिंग कर रहे हैं और समय-समय पर अपडेट ले रहे हैं। लछमोली और श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर ओवरब्रिज का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। श्रीनगर, गौचर व सिवाइ में पुल का कार्य भी प्रगति पर है ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक का कार्य 2023-24 और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना 2024-25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कुछ हफ्ते पहले पहली ट्रेन यज्ञनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर आई थी, जो इस रूट का पहला रेलवे स्टेशन है। इस परियोजना के तहत 12 रेलवे स्टेशन, 105.47 किमी लंबी 17 सुरंगें और कुल 218 किमी लंबी सुरंगों का निर्माण किया जाएगा. साथ ही 16 महत्वपूर्ण पुल भी बनाए जाएंगे. रूट पर 12 रेलवे स्टेशन हैं, जिनके नाम योगनगरी ऋषिकेश, वीरभद्र, शिवपुरी, बायसी, देवप्रयाग, मीठा, श्रीनगर, धारी देवी, रुद्रप्रयाग, घोलतीर है।